11/23/2014

पहली मुलाकात


कैसी होगी अपनी पहली मुलाकात ?
न जाने कब कहाँ होगी
आमने सामने बात । 
क्या होगा जब नज़रे मिलेंगी-
-पहली पहली बार ।
सोच कर ही दिल धड़कता है,
फिर भी ना जाने क्यों
मिलने को तड़पता है ।
शर्म होगी एक झिझक होगी
रूमानी सी कैफियत होगी
दिल के तार झंझना उठेंगे
जब वह हमारी तारीफ करेंगे ।
जुड़ेंगे दो दिलो के तार
जब मिलेंगे हम पहली बार ॥
इस दिल को है अब बस
बेसब्री से उस पल का इंतज़ार !!

....... ©वैशाली........ 
23/11/2014 

4 comments:

Dr. Dhirendra srivastava said...

शर्म होगी एक झिझक होगी
रूमानी सी कैफियत होगी
दिल के तार झंझना उठेंगे..adbhut ahsaas..Vaisshali..

Vaisshali said...

Thanks a lot Dr Dhirendra ji

Unknown said...

splendid selection of words....ddobte chala gaya bhav me ..... (Y)

Vaisshali said...

Thanks a lot Rohit JI