दर्द गम का पिए जा रहे हैं
हम बस यूँ ही जिए जा रहे हैं
कड़वी सी जिंदगी है कुछ इस तरह
न उगल पा रहे हैं ना निगल पा रहे हैं
सांझा करे किससे हम दर्द अपना
लोग हमें ही समझाए जा रहे हैं
दर्द देने वाले को ही इल्म नही
वो दोहरी जिंदगी जिए जा रहे हैं !!
...... वैशाली......
4/06/15
12.00Noon
हम बस यूँ ही जिए जा रहे हैं
कड़वी सी जिंदगी है कुछ इस तरह
न उगल पा रहे हैं ना निगल पा रहे हैं
सांझा करे किससे हम दर्द अपना
लोग हमें ही समझाए जा रहे हैं
दर्द देने वाले को ही इल्म नही
वो दोहरी जिंदगी जिए जा रहे हैं !!
...... वैशाली......
4/06/15
12.00Noon
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