फिल्में देख देखकर , हम भी फिल्मी हो गए ,
कोई दीवाना हमे भी मिलता, सोचने लग गए
जताता हर तरह से प्यार ,ज़माने की ना करता परवाह
हमें छेड़ने वालों को , वो ज़मीन पर ला पटकता
रोज़ भिजवाता फूल हमे,मिलने की मिन्नतें करता,
तरह तरह के तोहफ़े देकर,हमको हरदम खुश रखता
फ़ोन को रिचार्ज कराता ,खुद से बातें करने को,
सारा दिन मैसेज भेजता , हमसे चैटिंग करने को
रात में मिलता Telegram पे , ख़ुफ़िया बातें करने को
CD गानो की भिजवाता , हमारी तारीफें करने को ,
काश ! के ऐसे प्यार हमे भी होता ,हम भी डूब जाते
काश! के फिल्मे सच होती, ऐसा दीवाना हम भी पाते !!
6 comments:
Waaah SRK Ki Deewami... Lolz
Banda Haajir Hai Khidmat Me
Haan woh to hoon hi.........
soch le itni khwaish poori karte karte dumm nikal jayega..
waise- So Sweet of You !!
मन सांसारिक माहोल मैं अपना जीवन जीना चाहता हैं पखो की उड़न भरना चाहता हैं क्युकी उसका भी दिन हैं। ....bahut अच्छाlagi ye कविता आपकी
Thanks Anuj Kumar
खुद से बातें करने को..bahut khoob..Vaisshali..
Thanks Dr Dhirendra ji
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