फिल्में देख देखकर , हम भी फिल्मी हो गए ,
कोई दीवाना हमे भी मिलता, सोचने लग गए
जताता हर तरह से प्यार ,ज़माने की ना करता परवाह
हमें छेड़ने वालों को , वो ज़मीन पर ला पटकता
रोज़ भिजवाता फूल हमे,मिलने की मिन्नतें करता,
तरह तरह के तोहफ़े देकर,हमको हरदम खुश रखता
फ़ोन को रिचार्ज कराता ,खुद से बातें करने को,
सारा दिन मैसेज भेजता , हमसे चैटिंग करने को
रात में मिलता Telegram पे , ख़ुफ़िया बातें करने को
CD गानो की भिजवाता , हमारी तारीफें करने को ,
काश ! के ऐसे प्यार हमे भी होता ,हम भी डूब जाते
काश! के फिल्मे सच होती, ऐसा दीवाना हम भी पाते !!