7/11/2015

कश्मकश


कश्मकश से भरी राहें
उलझा देंगी तुमको !
क्यूँ हो इस कश्मकश में
आ जाओगे दो राहों पर !
यूँ न उलझाओ खुद को
चल पड़ो एक राह पर !
पता है चुनना हैं कठिन
दोनो राहे है प्यारी तुमको !
मत चुनो सुनो दिल की
चल पड़ो साथ दोनों के !
एक के साथ हो लो
दूजी का साथ ले लो !
किसी एक को चुनना
वैसे भी अन्याय होगा...
तुम्हारे साथ
उसके साथ
सबके साथ... !!
..... वैशाली.....
10-11/07/2015
00:40 MIDNI8

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