इशारा
इकरार - इन्कार है नैनों की जुबान
दिल की गहराइयों में है इसकी लगाम !
आँखों को पढ़ लो जुबां हम ना खोलेंगे
दिल को टटोल लो इशारों से ना बोलेंगे !
खुद समझ जाते तो ना तरसते
कुछ कह जाते तो हम भी बहकते
कुछ कहा होता तो हम जान जाते
तेरी मोहब्बत को पहचान जाते !
खुदा तो देता है अनगित इशारे
काश ! के तुम उनको आवाज़ दे पाते !!
vaisshali
2 comments:
कुछ कहा होता तो हम जान जाते
तेरी मोहब्बत को पहचान जाते...kuch lines bhut acha hain...blog ko thoda aur acha bnayea...khubsurat lgaga...apki trah...!!!
thanks Prakash ji.. dhyan rakhungi..n blog ko aur sunder kaise banau?
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